Thursday, 11 April 2013

Intezaar

बारिश की रिमझिम बूँदों का
झूमती हवाओं का
घने काले बादलों का
धुप के छिपने का
मिट्टी की भीनी ख़ुशबू का
खिलखिलाती हरियाली का
फूलों के खिलने का
सावन के आने का
तुम्हारी आहटों का
है इंतज़ार...

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